वेद स्तुति (नाम-रूप-कर्म) मीमांसा – 5 आत्मा
आत्मा शब्द सापेक्ष है। जैसे पिता अथवा पुत्र कहसे से प्रश्न उठता है कि किसका पिता अथवा पुत्र, उसीप्रकार आत्मा कहने से प्रश्न उठता है कि किसका आत्मा। “यदुक्थं सत् यत् साम सत् यद् ब्रह्म स्यात् स तस्य आत्मा” – जो किसी का उक्थ-ब्रह्म-साम है, वह उसकी आत्मा है। उक्थ क्या है।
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