Veda

वेद में अवतार १

कुछ मित्रों का प्रश्न है कि क्या वेद में भी अवतार का वर्णन अथवा प्रतिषेध है । इस प्रसङ्गमें यजुर्वेद 34-53 (अजः एकपात्) तथा यजुर्वेद 40-8 (स पर्य्यगाच्छुक्रमकायम्) मन्त्रों का उद्धरण किया जाता है । अब हम इन दो उद्धरणों का अनुशीलन करेंगे । वेद पूर्ण एवं सर्वस्वतन्त्र होने से, उसमें इन समस्त अर्थों का […]

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The concepts of अक्षर, वर्ण and छन्द

Let us focus on the word अक्षर. It is not the same as वर्ण. The word अक्षर which literally means imperishable, refers to the primordial energy of the universe. This is also called अमृतात्मा and षोडशी. It is one, but can become many due to interaction with the background structure. अक्षर has 9 विन्दु, whereas

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पशु क्या है?

पशु क्या है – यह जानना चाहिए । पशु का अर्थ जानवर नहीं है । परन्तु जानवर पशु है । विश्वमें उक्थ, अर्क, अशीति तीन विभाग है । इन्हे आत्मा, प्राण और पशु भी कहते हैं । जो केन्द्रमें है, जिसके सत्तासे विश्वका अथवा किसी विश्वसन्तान का सत्ता है, उसे उक्थ कहते हैं । उक्थसे

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