आधुनिक नव्यन्याय एक वैशेषिक विरोधी अज्ञान/चक्रान्त है ।
आधुनिक नव्यन्याय एक वैशेषिक विरोधी अज्ञान/चक्रान्त है । श्रीमद्वासुदेव मिश्रशर्म्मा एकमेव दर्शनम् । ख्यातिरेव दर्शनम् । पञ्चशिखाचार्य । भारतीय आस्तिक दर्शन एक ही है । वह समस्त वस्तुओं के सम्पूर्ण ख्याति (प्रसिद्धिः, ख्या॒ प्र॒कथ॑ने) अर्थात सम्पूर्ण ज्ञान है । किसी वस्तु अथवा विषय के विशेष ज्ञान विज्ञान है । अतः विज्ञान दर्शन के एक भाग […]
आधुनिक नव्यन्याय एक वैशेषिक विरोधी अज्ञान/चक्रान्त है । Read More »