श्रीसनातनधर्मालोक – सनातन धर्म का विश्वकोष एवं महाभारत
लेखक – पण्डित दीनानाथ शर्मा शास्त्री सारस्वत, विद्यावागीश, विद्याभूषण, विद्यानिधि
श्रीसनातनधर्मालोक ११ भागों में पण्डित दीनानाथ शर्मा शास्त्री सारस्वत जी द्वारा रचित सनातन हिन्दू जीवन पर एक विस्तृत विश्वकोष है। इसमें हिन्दुओं की मान्यताओं, वेद, पुराण, महाभारत आदि ग्रन्थों पर और नास्तिकों के तमाम आक्षेपों का निराकरण किया गया है। हर सनातनी हिन्दू को इन विषयों और इन आक्षेपों का उत्तर ज्ञात होना चाहिए।
नीचे दिए कड़ियों (links) के माध्यम से आप निःशुल्क सारे भाग पढ़ और डाउनलोड कर सकते हैं।
- प्रथम एवं द्वितीय पुष्प
- तृतीय पुष्प
स्त्री एवं शूद्रोंके वेदाधिकार वा अनधिकारपर विचार - चतुर्थ पुष्प
सनातनधर्मके मुख्य विषयोंका निरूपण - पञ्चम पुष्प
हिन्दू धर्मके आचार-विचार एवं पर्व तथा उनका वैज्ञानिक रहस्य - षष्ठ पुष्प
हिन्दूधर्मके विविध विषय तथा वेद, पुराण, प्रत्यक्ष घटनाएँ - सप्तम पुष्प
पुराण-इतिहास और वेदों पर आलोचनाएँ और उन पर शास्त्रीय एवं युक्तियुक्त विचार - अष्टम पुष्प
सनातन हिन्दू धर्मके प्रसिद्ध विषय - नवम पुष्प
पुराण इतिहास सम्बन्धी आक्षेपोंका परिहार - दशम पुष्प
पुराण, गीता, वेदादि सम्बन्धी आक्षेपोंका परिहार